हर दर्द की दवा हर डर की निज़ात
लड़खड़ाते पहले कदम से ऊँगली थामे
ऊँची उड़ानों पर आशीष देते हाथ
माँ तो जादू है
हर आह पर निकले जो पहला शब्द
साँसों के थमने पर आखरी आह
घोर अंधेरों में उजली राह
माँ तो जादू है
शब्दों से परे जो धड़कन पढ़े
दूर होकर भी रूह से महसूस करे
हर अला बला की ढाल बने
वो है माँ
मेरी माँ जादू है